आशुतोष शर्मा: एक क्रिकेटर का संघर्ष और सफलता का सफर किचड़ से आईपीएल के टाप शिखर तक
क्रिकेट भारत में सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि एक जुनून है। हर गली-मोहल्ले में बच्चे क्रिकेट खेलते नजर आते हैं, लेकिन इस खेल में अपनी पहचान बनाना आसान नहीं है। लेकिन आज हम बात करेंगे एक ऐसे क्रिकेटर की, जिसने अपने सपनों को सच करने के लिए असाधारण संघर्ष किया उसका नाम है आशुतोष शर्मा जिनका जिनका संघर्ष मध्य प्रदेश के छोटे से शहर रतलाम से शुरू हुआ उनका सफर आज इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) तक पहुंच चुका है। उनकी कहानी न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि यह भी दिखाती है कि मेहनत और जुनून के सामने कोई मुश्किल बड़ी नहीं होती और आपके पास विल पावर है तो आप किसी भी मुकाम को आज नही तो कल जरुर ही प्राप्त कर सकते है ।
आशुतोष शर्मा की प्रारंभिक जीवन और सपनों की शुरुआत
आशुतोष शर्मा का जन्म 15 सितंबर 1998 को मध्य प्रदेश के रतलाम में एक साधारण परिवार में हुआ था। उनके पिता एक निजी कर्मचारी थे, और परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत मजबूत नहीं थी। लेकिन आशुतोष के मन में क्रिकेट के प्रति एक अलग ही लगाव था। महज 8 साल की उम्र में उन्होंने अपने सपनों को पंख देने का फैसला किया और घर छोड़कर इंदौर चले गए। वहां मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (MPCA) की आवासीय अकादमी में प्रशिक्षण शुरू किया। इतनी छोटी उम्र में घर से दूर रहना और अपने दम पर जिंदगी संभालना आसान नहीं था, लेकिन आशुतोष शर्मा ने तनीक भी हार नहीं मानी और अपने मुकाम को प्राप्त करने के लिए लगातार लगे रहे।
आशुतोष शर्मा का जीवन संघर्ष से भरा रहा
इंदौर में आशुतोष शर्मा का जीवन कठिनाइयों से भरा था। उनके पास पैसे की कमी थी, जिसके चलते उन्हें दोपहर का खाना जुटाने के लिए छोटे-मोटे काम करने पड़े। उन्होंने स्थानीय मैचों में अंपायरिंग की, लोगों के कपड़े धोए, और कई बार भूखे पेट भी सोना पड़ा। 10 साल की उम्र में वह खुद खाना बनाते और अपने कपड़े धोते थे। लेकिन इन सबके बावजूद, उनका ध्यान सिर्फ क्रिकेट पर था। वह कहते हैं, “मैं अपने परिवार पर बोझ नहीं डालना चाहता था। मैं चाहता था कि मेरे संघर्ष की वजह से उन्हें परेशानी न हो।
आशुतोष के लिए यह दौर सिर्फ शारीरिक ही नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी चुनौतीपूर्ण था। लेकिन उनकी किस्मत तब बदली, जब पूर्व भारतीय क्रिकेटर अमय खुरसिया ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और उन्हें मार्गदर्शन देना शुरू किया। यह उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
क्रिकेट करियर की शुरुआत
आशुतोष शर्मा ने 2018 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में मध्य प्रदेश के लिए टी 20 डेब्यू किया। अगले सीजन में उन्होंने 84 रनों की शानदार पारी खेली, लेकिन इसके बाद भी उन्हें लगातार मौके नहीं मिले। 2020 में अंडर-23 स्तर पर दो शतक लगाने के बावजूद, उन्हें मध्य प्रदेश टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा। कई बार टीम से अंदर-बाहर होने के बाद, आशुतोष ने रेलवे की टीम जॉइन की। वहां उन्हें कोच और चयनकर्ताओं का पूरा समर्थन मिला, जिसने उनके करियर को नई दिशा दी।
आशुतोष शर्मा ने रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया
आशुतोष शर्मा का नाम तब सुर्खियों में आया, जब उन्होंने 17 अक्टूबर 2023 को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ सिर्फ 11 गेंदों में अर्धशतक जड़ दिया। यह टी20 क्रिकेट में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा सबसे तेज अर्धशतक था, जिसने युवराज सिंह के 16 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ दिया। इस पारी ने न सिर्फ क्रिकेट प्रेमियों का ध्यान खींचा, बल्कि उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया।
शर्मा जी की आईपीएल में धमाकेदार एंट्री
आशुतोष शर्मा के इस प्रदर्शन ने आईपीएल फ्रेंचाइजी का ध्यान आकर्षित किया। 2024 में पंजाब किंग्स ने उन्हें 20 लाख रुपये में अपनी टीम में शामिल किया। अपने पहले ही सीजन में उन्होंने कई मैचों में शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें गुजरात टाइटंस और मुंबई इंडियंस के खिलाफ उनकी पारियां यादगार रहीं। 2025 में दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें 3.80 करोड़ रुपये में खरीदा, और लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ एक रोमांचक मुकाबले में उन्होंने आखिरी ओवर में छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई। इस पारी ने उनकी फिनिशर के रूप में पहचान बनाई।
आशुतोष शर्मा के लिए प्रेरणा और भविष्य के श्रोत
आशुतोष सूर्यकुमार यादव और अपने स्थानीय हीरो नमन ओझा को अपना प्रेरणास्रोत मानते हैं। उनका मानना है कि मेहनत और धैर्य ही सफलता की कुंजी है। आज वह न सिर्फ अपने परिवार के लिए, बल्कि उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा हैं, जो सीमित संसाधनों के बावजूद बड़े सपने देखते हैं।
आशुतोष शर्मा के बारे मे पढकर क्या सीख मिलती है ।
आशुतोष शर्मा की कहानी साबित करती है कि प्रतिभा और जुनून के सामने कोई बाधा टिक नहीं सकती। एक छोटे से शहर से निकलकर आईपीएल के मैदान तक पहुंचने वाला यह खिलाड़ी आज लाखों लोगों का हीरो है। उनका यह सफर अभी शुरू हुआ है, और आने वाले समय में वह भारतीय क्रिकेट में और भी बड़े मुकाम हासिल कर सकते हैं।
यह भी पढें- नीता अम्बानी को अपनी टीम से निकालना पड़ा भारी इस खिलाड़ी को
अगर यह पोस्ट आपको पसंद आये तो अपना प्यार जरुर दिजियेगा हम आपके लिए इसी प्रकार के पोस्ट/कन्टेंट लाया करगें जिसको देखकर और पढकर आपको बहुत कुछ सिखने को मिलेगा और रही बात आप क्रिकेट के बारे मे और अधिक रुचि रखते है तो आपको यहा पर समस्त क्रिकेटरो के स्टेट्स और रिकार्ड को भी पोस्ट मे शामिल किया जायेगा ।